वर्तमान में भारत का हर नागरिक चाहें वह युवा, महिला या वृद्ध क्यू ना हो टेलीविजन शो का आदी आवश्य हो गया जैसे ही शाम के सात बजते हैं पूरा भारतीय समाज टेलीविजन के सामने आकर बैठ जाता है। कहीं ना कहीं सोप ओपेरा के अंदर इतनी ताकत होती है कि वह पूरे परिवार को एक साथ बैठ कर हँसने, रोने, औऱ वक़्त बिताने पर मज़बूर कर देता है।